सोने सी खुशबू है |
पिछले चंद सालों में हिन्दुस्तानी आसमानों में परिंदों की गिनती में बड़ा इज़ाफ़ा हुआ |
अब अपने रंग बिरंगे परिंदे उड़कर सरहद पार नहीं जाते |
अपने घरोंदो के लिए उन्हें तिनके और अपनी भूंख के लिए दानें उन्हें यहीं मिल जाते हैं |
अब तो सुना है की सरहद पार के परिंदे भी इस आसमान पर उड़ने आते हैं|
और अपना देश छोड़कर वो हिंदुस्तान में बस जाते है |
ऐसा देश है मेरा !